ईश् निंदा कभी भी न करें और किसी को भी कभी तीर्थस्थान की यात्रा करने से न रोकें. बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ नौवें भाव में केतु उच्च का और राहु नीच का माना गया है। यदि आपकी कुंडली में यह स्थिति है तो भाग्य https://rylancshxm.activoblog.com/34159468/not-known-details-about-kismat-ka-upay