प्रतीत्यसमुत्पाद को गौतम बुद्ध की शिक्षाओं का सार कहा जाता है। कालान्तर में जैन धर्म दो सम्प्रदायों श्वेताम्बर एवं दिगम्बर में बँट गया। शुरुआत करना इतना मुश्किल नहीं है। नियमित कंटेंट कंटेंट बनाना दूसरी बात हो सकती है नौकरी की खोज और साक्षात्कार में सप्ताह लग सकते हैं। कागज की https://moneyideahindi.com/